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पवित्र रीढ़ की वापसी:जैकब की सीढ़ी,33 कशेरुकाएँ, और मसीह का पुनरुत्थान, कुंडलिनी कोड: प्रकाश का सर्प

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  पवित्र रीढ़ की वापसी: जैकब की सीढ़ी, 33 कशेरुकाएँ, और मसीह का पुनरुत्थान हमारे भीतर एक रीढ़ उभर रही है। सिर्फ़ जैविक नहीं, बल्कि ईथर की सीढ़ी - आंतरिक जैकब की सीढ़ी जो हमारे आदिम कुंडल को सर्वोच्च स्मरण के प्रकाश से जोड़ती है। और हम चढ़ना शुरू कर रहे हैं। यह लेख पुल पर चलने वालों के लिए एक जीवंत स्क्रॉल है, जो न केवल कुंडलिनी रहस्यों और रीढ़ की हड्डी की सक्रियता को याद करता है, बल्कि पुनरुत्थान के अर्थ को पुनः प्राप्त करता है। जैकब की सीढ़ी: शरीर में एक सीढ़ी बाइबिल की कहानी जैकब के सपने में स्वर्ग तक पहुँचने वाली एक सीढ़ी को दर्शाती है, जिसमें स्वर्गदूत धरती और आकाश के बीच चढ़ते और उतरते हैं। लेकिन यह दृष्टि केवल दिव्य पहुँच के लिए एक रूपक नहीं थी। यह एक रहस्यमय पुल के रूप में मानव रीढ़ का रहस्योद्घाटन था: 33 कशेरुकाएँ, जड़ से मुकुट तक चढ़ती हुई, एक दिव्य सीढ़ी। प्रत्येक कशेरुका एक द्वार है। प्रत्येक द्वार, एक स्मृति। उठने के लिए, हमें याद रखना चाहिए। कुंडलिनी कोड: प्रकाश का सर्प रीढ़ की हड्डी के आधार पर, कुंडलित सर्प प्रतीक्षा करता है। पूर्वी परंपराओं में कुंडलिनी के रूप में ...

"हनुमान जी का चमत्कार" एक सच्ची घटना || भक्ति मे शक्ति का एक और उदाहरण

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एक सत्य घटना जो किसी ने नहीं बताया है✍️✍️  मंदिर परिसर में लगे ठंडे पानी की मशीन के पास बैठा एक छोटा सा वानर मुंह में दो बिजली के तारों को लिए चबाए जा रहा था, मानों कोई फल हो। पूरा मंदिर खाली करा लिया गया था, एक एक श्रद्धालु और एक एक दर्शनार्थी। केवल पुलिस बल और बम निरोधक दस्ता वहां उस समय हनुमान गढ़ी मंदिर के भीतर था, और वे सभी के सभी उस छोटे से वानर को बिजली का तार चबाते हुए देख रहे थे। पर मंदिर पूरा खाली क्यों था और पुलिस के साथ में बम निरोधक दस्ता वहां क्या कर रहा था? इसे थोड़े से में बता रहा हूं क्योंकि 1998 में घटी ये सत्य घटना आज तक किसी अखबार या न्यूज चैनल में ये घटना दिखाई नही गई है अयोध्या के अति संवेदनशील होने के कारण। साल 1998 में करीब बीस किलो आरडीएक्स अयोध्या में आने की खबर उत्तरप्रदेश की एसटीएफ यानी विशेष पुलिस दस्ते को लगी थी, जिसमे से अधिकांशतः आरडीएक्स को समय रहते पुलिस की मुस्तैदी से जब्त कर लिया गया और अयोध्या में किसी प्रकार का धमाका नही हुआ। परन्तु एक आतंकी बम निरोधक दस्ते का भेष बनाकर अयोध्या के सबसे प्राचीन हनुमान गढ़ी मंदिर में घुस गया और उसने टाइमर सेट करक...