नन्हीं कलियाँ कविता /nanhi kaliya
नन्ही कलियां
नन्ही - नन्ही कलियाँ है हम,
जीवन की इस बगिया की।
छोटी - छोटी परियाँ है हम,
आसमान की दुनिया की।
मत तोड़ो डाली से हमको,
फूलों सा खिल जाने दो।
सुन्दर सी अपनी बगिया को,
खुशबू सा महकाने दो।
पंख लगाकर सपनों के,
आसमां में उड़ जाने दो।
रौशन होगी हमसे यह दुनिया,
अपना परचम लहराने दो।
Written by :- VIKAS MALAV
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