Credit Card: क्रेडिट कार्ड यूजर अब बिलिंग साइकिल और पेमेंट ड्यू डेट कर सकेंगे सेट, फुल डिटेल
Credit Card: क्रेडिट कार्ड यूजर अब बिलिंग साइकिल और पेमेंट ड्यू डेट कर सकेंगे सेट, फुल डिटेल :
आरबीआई के नए निर्देश के तहत मौजूदा और नए, दोनों कार्डहोल्डर बिलिंग साइकिल की डेट को एक से अधिक बार बदल सकते हैं. कार्ड की बकाया राशि और घरेलू खर्चों के लिए पर्याप्त पैसे हों, इसे ध्यान में रखकर बिलिंग साइकिल डेट सेट करना चाहिए।
Credit card holders can now set billing cycle and payment due date :
क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करने में कभीआपको परेशानी हुई है? संभव है हुई होगी? पेमेंट ड्यू डेट महीने के आखिरी दिन के आसपास होने की वजह से ज्यादातर क्रेडिट कार्ड यूजर के साथ हो सकता है। आमतौर पर ऐसा तब होता है, जब महीने के आखिरी दिनों में यूजर के पास पैसे किल्लत की होती है। अगले महीने की सैलरी के आने को लोगों को इंतजार होता है। पेमेंट ड्यू डेट अब तक कार्ड जारी करते समय निर्धारित की जाती रही है और कार्डहोल्डर के पास ड्यू डेट तय करने के लिए कोई विकल्प मौजूद नहीं मिली। हालांकि क्रेडिट कार्ड यूजर के लिए अब अच्छी खबर आई है। अब उनके पास अपनी कार्डी की बिलिंग साइकिल ड्यू डेट तय करने का विकल्प होगा।
कार्डहोल्डर के फायदे के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई (RBI) ने कार्ड जारी करने वाले बैंक व वित्तीय संस्थाओं से कहा है कि वे कार्डहोल्डर को कम से कम एक बार बिलिंग साइकिल के शुरुआती (starting day) या समापन दिन (closing day), दोनों में से किसी एक डेट को तय करने का विकल्प दें।
क्रेडिट कार्ड बिल में आमतौर पर 10 से 15 दिन की रिपेमेंट पीरियड या बिलिंग साइकिल डेट से पेमेंट ड्यू डेट होती है। ऐसे में अगर कोई बिल बनाने की डेट महीने की पहली या दूसरी तारीख सेट करता है, तो ड्यू डेट महीने की 10 से 15 तारीख के बीच होगी। इस बीच अच्छी खबर ये आई है कि RBI ने बैंकों को बिलिंग साइकिल और पेमेंट ड्यू डेट बदलने का विकल्प देने को कहा है। नए निर्देश के तहत नए और मौजूदा दोनों कार्डहोल्डर बिलिंग साइकिल की डेट को एक से अधिक बार बदल सकते हैं।
क्या कहते हैं फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स?
खेतान एंड कंपनी के पार्टनर मोइन लाढ़ा बताते हैं कि कार्डहोल्डर अब बिलिंग साइकिल को इस तरह से तय कर सकते हैं जो उनके कैश फ्लो के अनुरूप हो। इसके साथ ही एक से अधिक कार्डहोल्डर अपने वित्त को बेहतर ढंग से मैनेज करने के लिए अपनी ड्यू डेट को भी अपने हिसाब से तय कर सकते हैं। सेंट्रल बैंक के इस फैसले से कार्डहोल्डर को अपना फंड मैनेज करने में सहूलियत होगी।
कार्डहोल्डर को अपना बिलिंग साइकिल इस तरह से सेट करना चाहिए कि उनके बैंक खाते में न केवल कार्ड की बकाया राशि को पूरा करने के लिए पर्याप्त कैश हो बल्कि महीने के दौरान अन्य घरेलू खर्चों के लिए भी पर्याप्त बैलेंस हो. ऐसा करके यूजर कार्ड खर्च पर पेनाल्टी देने और इंटरेस्ट चार्ज से बच सकते हैं।
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