संदेश

2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हिन्दू सनातन धर्म का रहस्य || वराह अवतार की महिमा

चित्र
 जरा गौर से आप इस मूर्ति को देखिए। यह विष्णु भगवान के वराह अवतार की है जिसमे वह पृथ्वी को समुद्र में से निकालते हुए दिखाए गए है। अब सबसे बड़ा सवाल और आश्चर्य ये होता है की इसमें पृथ्वी का आकार गोल दिखाया गया... और दुनिया को पृथ्वी के गोल होने का निश्चित ज्ञान आज से 500-600 साल पहले मिला, जबकि यह मूर्ति जगन्नाथ मंदिर में हजारों साल पहले से है। सनातन का गौरवपूर्ण इतिहास जोर जोर से चीख चीख कर गवाही दे रहा है,कि पृथ्वी गोल है ये हमको सदियों से पता है। इसी लिए तो हमारे विषय का नाम भी भू गोल रखा, भू चपटे भी रख सकते थे, क्योंकि हमे ज्ञान था की पृथ्वी किस आकार की है। चेतावनी है उन लोगो को जो हमारे इतिहास को मिटाने की बात करते है। हमारा इतिहास तो पत्थरो पर लिखा हुआ है, कोई इसको क्या मिटाएगा, खुद ही मिट्टी हो जाएगा। सुंदरता देखनी हो तो यूरोप जाओ, और अगर सुंदरता के साथ साथ आश्चर्य भी देखने हो,तो हमारे मंदिर पधारिये हुजूर😊☺️ Source Facebook

धरती का सबसे ठंडा स्थान: –98°C की रहस्यमयी दुनिया!

चित्र
 धरती का सबसे ठंडा स्थान: –98°C की रहस्यमयी दुनिया!  धरती पर जहाँ एक ओर सहारा जैसी तपती रेगिस्तानी जगहें हैं,वहीं दूसरी ओर कुछ स्थान ऐसे हैं जहाँ ठंड कल्पना से भी परे है। ऐसा ही एक इलाका है पूर्वी अंटार्कटिक पठार (East Antarctic Plateau) जहाँ तापमान –98 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। यह न सिर्फ पृथ्वी का सबसे ठंडा स्थान है बल्कि एक ऐसी जगह भी है जहाँ इंसान का अस्तित्व कुछ ही मिनटों में समाप्त हो सकता है।  कहाँ है यह जगह? पूर्वी अंटार्कटिक पठार पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव के पास बर्फ से ढके ऊँचे क्षेत्र में स्थित है। यहाँ दो प्रसिद्ध स्थान हैं Dome Fuji और Dome Argus जिनके बीच यह रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया। समुद्र तल से इसकी ऊँचाई लगभग 3,800 मीटर है यानी यह क्षेत्र हिमालय के शिखरों जितनी ऊँचाई पर है।  –98°C! आखिर इतनी ठंड क्यों पड़ती है? इस क्षेत्र की ठंड कई कारणों का मिश्रण है:- * ऊँचाई का असर: ऊँचाई बढ़ने पर तापमान अपने आप गिरता है। * साफ़ आसमान: यहाँ बादल लगभग नहीं बनते,जिससे सतह की गर्मी सीधी अंतरिक्ष में निकल जाती है। * ध्रुवीय रातें: अंटार्कटिका में सर्दियों के द...

चुना कितनी बीमारीयों का करता है ईलाज || चुना खाने के फायदे

चित्र
 चूना जो पान में लगा के खाया जाता है , उसकी एक डिब्बी ला कर घर में रखे .यह सत्तर प्रकार की बीमारियों को ठीक कर देता है . गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी # पीलिया ठीक हो जाता है . चूना #नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है - अगर किसी के शुक्राणु नही बनता उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाये तो साल डेढ़ साल में भरपूर शुक्राणु बनने लगेंगे . जिन माताओं के शरीर में अन्डे नही बनते उन्हें भी इस चूने का सेवन करना चाहिए . #शुगर रोज़ सुबह ख़ाली पेट एक गिलास पानी में एक छोटे चने के बराबर चुना मिलकर पीने से शुगर जड़ से ख़त्म हो जाती हैं ( समय समय पर जाँच करवाते रहे.. वरना शुगर का लेवल माइनस भी हो सकता हैं ) #विद्यार्थीओ के लिए चूना बहुत अच्छा है जो # लम्बाई बढाता है - गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज दही में मिला के खाना चाहिए, दही नही है तो दाल में मिला के या पानी में मिला के लिया जा सकता है - इससे लम्बाई बढने के साथ साथ स्मरण शक्ति भी बहुत अच्छी होती है । जिन बच्चों की बुद्धि कम है ऐसे मतिमंद बच्चों के लिए सबसे अच्छी दवा है चूना . जो बच्चे बुद्धि से कम है,...

दुबई मून रिसोर्ट || Dubai Moon Resort

चित्र
  दुबई 40,000 करोड़ रूपये की लागत से Moon Resort बना रहा है, जहाँ घूमते ही ऐसा लगेगा जैसे किसी दूसरे ग्रह पर आ गए हों। यह दुनिया का पहला ऐसा रिसॉर्ट होगा जो चाँद का वास्तविक अनुभव देगा।

धरती का जादू : क्यों हम 5 किलोमीटर से आगे नहीं देख सकते?

चित्र
 धरती का जादू: क्यों हम 5 किलोमीटर से आगे नहीं देख सकते?  क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम खुले मैदान में खड़े होते हैं तो नज़रें किसी बिंदु के बाद रुक-सी जाती हैं? मानो धरती खुद हमें आगे देखने से रोक देती हो। असल में यह हमारी नज़र की सीमा नहीं बल्कि धरती की गोलाई का जादू है।  धरती पूरी तरह गोल क्यों मानी जाती है? धरती एक पूर्ण गोला नहीं बल्कि हल्की-सी चपटी गेंद जैसी है,जिसे वैज्ञानिक Oblate Spheroid कहते हैं। इसका मतलब है कि इसकी सतह सीधी नहीं बल्कि धीरे-धीरे झुकी हुई (curved) है। जब आप ज़मीन पर खड़े होते हैं तो आपकी आँखें इस घुमावदार सतह से ऊपर होती हैं। आपकी दृष्टि रेखा सीधी जाती है,पर सतह झुकने लगती है ।इसलिए कुछ दूरी के बाद धरती खुद ही आपकी नज़र को छुपा लेती है।  क्षितिज;जहाँ धरती और आसमान मिलते हैं वो बिंदु जहाँ आपकी नज़र रुक जाती है उसे कहा जाता है क्षितिज (Horizon) यानी वो सीमा जहाँ धरती की सतह इतनी झुक जाती है कि आगे कुछ दिखाई नहीं देता। अब सवाल आता है आख़िर ये सीमा कितनी दूर है?  विज्ञान का फॉर्मूला क्षितिज की दूरी को इस सरल समीकरण से निकाला जा सकता है:-...
चित्र
अंता उपचुनाव परिणाम 2025 लाइव अपडेट: कांग्रेस ने अंता विधानसभा में जीत हासिल की, चौथी बार विधायक बने  प्रमोद जैन भाया, दूसरे नंबर पर रही भाजपा अंता विधानसभा उपचुनाव 2025 लाइव अपडेट: राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को हुये उपचुनाव का परिणाम परिणाम 14 नवंबर को जारी किया गया। कांग्रेस के प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया ने इस उपचुनाव में जीत हासिल की। 20 राउंड तक चले हाई-वोल्टेज मतगणना में, भाया ने 15,594 मतों के विशाल अंतर से जीत हासिल की। यह जीत एक उदाहरण है कि अंता के लोगों के दिलों मे प्रमोद जैन भाया के लिए कितना प्यार है। किस उम्मीदवार को कितने वोट मिले? कांग्रेस - प्रमोद जैन भाया - 69,571 मत  (विजय)  भाजपा - मोरपाल सुमन - 53959 मत निर्दलीय - नरेश मीणा - 53800 मत

भारत की एक यूनिवर्सिटी में ऐसी स्मार्ट सड़क बनाई गई है, जो दिन में सूरज की रोशनी से खुद चार्ज होती है और रात में रोशनी बिखेरती है। यह तकनीक देश को भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम आगे ले जा रही है।

चित्र
 भारत की एक यूनिवर्सिटी में ऐसी स्मार्ट सड़क बनाई गई है, जो दिन में सूरज की रोशनी से खुद चार्ज होती है और रात में रोशनी बिखेरती है। यह तकनीक देश को भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम आगे ले जा रही है।

“रामायण” क्या है??

 “रामायण” क्या है??  अगर कभी पढ़ो और समझो तो आंसुओ पे काबू रखना....... रामायण का एक छोटा सा वृतांत है, उसी से शायद कुछ समझा सकूँ... 😊 एक रात की बात हैं, माता कौशल्या जी को सोते में अपने महल की छत पर किसी के चलने की आहट सुनाई दी।  नींद खुल गई, पूछा कौन हैं ? मालूम पड़ा श्रुतकीर्ति जी (सबसे छोटी बहु, शत्रुघ्न जी की पत्नी)हैं । माता कौशल्या जी ने उन्हें नीचे बुलाया | श्रुतकीर्ति जी आईं, चरणों में प्रणाम कर खड़ी रह गईं माता कौशिल्या जी ने पूछा, श्रुति ! इतनी रात को अकेली छत पर क्या कर रही हो बेटी ?  क्या नींद नहीं आ रही ? शत्रुघ्न कहाँ है ? श्रुतिकीर्ति की आँखें भर आईं, माँ की छाती से चिपटी,  गोद में सिमट गईं, बोलीं, माँ उन्हें तो देखे हुए तेरह वर्ष हो गए । उफ !  कौशल्या जी का ह्रदय काँप कर झटपटा गया । तुरंत आवाज लगाई, सेवक दौड़े आए ।  आधी रात ही पालकी तैयार हुई, आज शत्रुघ्न जी की खोज होगी,  माँ चली । आपको मालूम है शत्रुघ्न जी कहाँ मिले ? अयोध्या जी के जिस दरवाजे के बाहर भरत जी नंदिग्राम में तपस्वी होकर रहते हैं, उसी दरवाजे के भीतर एक पत्थर की शिला है...

मैं रूठूं तो तुम मना लेना, तुम रूठो तो मैं मना लूंगी। यह जिंदगी का सफ़र युं ही गुजर जाएगा... #photography #photooftheday #photochallenge #viralphoto

  एनिवर्सरी का दिन था | पति पत्नी एक - दूसरे को नंगा कर रहे थे। कई लोग उनकी एनिवर्सरी मनाने के लिए उनके घर आए हुए थे। इतने लोगों के बीच वे एक-दूसरे का मज़ाक बना रहे थे, लेकिन बात कब बिगड़ने लगी किसी को पता ही नहीं चला। धीरे-धीरे मज़ाक एक-दूसरे की बेइज्जती तक पहुंच गया। अब वे एक-दूसरे को नीचा दिखाने लगे। पार्टी में आए हुए बाकी लोग सिर्फ तमाशा देखकर खुश हो रहे थे। किसी ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की, उल्टा सब हंस रहे थे। लेकिन हद तो तब पार हो गई जब पत्नी ने यह कह दिया "तुम्हारी औकात ही क्या है मेरे सामने !" यह सुनकर पूरा माहौल सन्नाटे में बदल गया। पति निशब्द हो गया। जो लोग पास में हंस रहे थे, वे सब एकदम से चुप हो गए। इस पूरी शांति के बीच एक महिला सामने आई। वह महिला उस पत्नी रश्मि की सहेली थी। पति का नाम राहुल और पत्नी का नाम रश्मि था। सहेली ने रश्मि का हाथ पकड़ा और बोर्ड के पास ले जाकर उसे एक मार्कर थमा दिया। रश्मि ने पूछा "यह क्या है? मुझे यहां क्यों लाई हो? मुझे कुछ लिखना है क्या?" सहेली बोली "हां, एक काम करो। तुम बोर्ड पर 15 ऐसे लोगों के नाम लिखो जो तुम्हार...

आलोक राज जी ने बताया 4th Grade भर्ती के बारे में महत्वपूर्ण बाते : जान लो नहीं तो बाद मे पछताना पड़ेगा

चित्र
  4th class परीक्षा से पहले और बाद में पुराने पेपर, संभावित प्रश्नों को डिसकस करें, कोई दिक्कत नहीं।  1. क्या जरूरी है कि 19 से 21 सितंबर को ही संभावित/आए प्रश्नों को सोशल मीडिया पर डिसकस करें? 2. क्या हर विषय पर कानून लाना होगा? क्या हमारी अपनी युवाओं के प्रति कोई जिम्मेवारी नहीं? आलोक राज जी ने ये भी खुलासा किया कि : 4th class exam के 25 लाख कैंडिडेट्स के फोटोज का जब हमने सॉफ्टवेयर से फोटो मैच करवाया तो पता लगा 1700 कैंडिडेट्स की फोटोज एक से ज्यादा फोटो या नामों से मैच हो रही हैं। यदि ये वास्तव में मुन्नाभाई -मुन्नीबहिन DBBS (डमी भाई बहिन साब) हैं तो ये सावधान रहें। ये मैसेज सबसे शेयर करें। साथ ही आलोक जी ने बताया कि :  board ने इस संबंध में नोटिस निकाला है। सभी से अनुरोध है कि जिम्मेवारी निभाते हुए 19 से 21 सितंबर शाम तक 4th class exam के हुए पेपर्स, प्रश्न और आगे संभावित प्रश्न, उत्तर सोशल मीडिया पर डिसकस न करें। मुझे उम्मीद है सभी बेरोजगार युवा हितैषी इस पर अमल करेंगे।

जब मृत्यु का समय निकट आया तो पिता ने अपने एकमात्र पुत्र धर्मपाल को बुलाकर कहा

चित्र
जब मृत्यु का समय निकट आया तो पिता ने अपने एकमात्र पुत्र धर्मपाल को बुलाकर कहा कि,  बेटा मेरे पास धन-संपत्ति नहीं है कि मैं तुम्हें विरासत में दूं। पर मैंने जीवनभर सच्चाई और प्रामाणिकता से काम किया है।  तो मैं तुम्हें आशीर्वाद देता हूं कि, तुम जीवन में बहुत सुखी रहोगे और धूल को भी हाथ लगाओगे तो वह सोना बन जायेगी। बेटे ने सिर झुकाकर पिताजी के पैर छुए। पिता ने सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया और संतोष से अपने प्राण त्याग कर दिए। अब घर का खर्च बेटे धर्मपाल को संभालना था। उसने एक छोटी सी ठेला गाड़ी पर अपना व्यापार शुरू किया।  धीरे धीरे व्यापार बढ़ने लगा। एक छोटी सी दुकान ले ली। व्यापार और बढ़ा। अब नगर के संपन्न लोगों में उसकी गिनती होने लगी। उसको विश्वास था कि यह सब मेरे पिता के आशीर्वाद का ही फल है।  क्योंकि, उन्होंने जीवन में दु:ख उठाया, पर कभी धैर्य नहीं छोड़ा, श्रद्धा नहीं छोड़ी, प्रामाणिकता नहीं छोड़ी इसलिए उनकी वाणी में बल था। और उनके आशीर्वाद फलीभूत हुए। और मैं सुखी हुआ। उसके मुंह से बारबार यह बात निकलती थी।   एक दिन एक मित्र ने पूछा: तुम्हारे पिता में इतना बल था...

नांव का छेद

  एक आदमी ने एक पेंटर को बुलाया अपने घर, और अपनी नाव दिखाकर कहा कि इसको पेंट कर दो ! वह पेंटर पेंट लेकर उस नाव को पेंट कर दिया, लाल रंग से जैसा कि नाव का मालिक चाहता था। फिर पेंटर ने अपने पैसे लिए और चला गया ! अगले दिन, पेंटर के घर पर वह नाव का मालिक पहुँच गया, और उसने एक बहुत बड़ी धनराशी का चेक दिया उस पेंटर को ! पेंटर भौंचक्का हो गया, और पूछा - ये किस बात के इतने पैसे हैं ? मेरे पैसे तो आपने कल ही दे दिया था ! मालिक ने कहा - ये पेंट का पैसा नहीं है, बल्कि ये उस नाव में जो "छेद" था, उसको रिपेयर करने का पैसा है ! पेंटर ने कहा - अरे साहब, वो तो एक छोटा सा छेद था, सो मैंने बंद कर दिया था। उस छोटे से छेद के लिए इतना पैसा मुझे, ठीक नहीं लग रहा है ! मालिक ने कहा - दोस्त, तुम समझे नहीं मेरी बात !अच्छा में विस्तार से समझाता हूँ। जब मैंने तुम्हें पेंट के लिए कहा तो जल्दबाजी में तुम्हें ये बताना भूल गया कि नाव में एक छेद है उसको रिपेयर कर देना ! और जब पेंट सूख गया, तो मेरे दोनों बच्चे उस नाव को समुद्र में लेकर नौकायन के लिए निकल गए ! मैं उस वक़्त घर पर नहीं था, लेकिन जब लौट कर आया और अ...

James Webb Space Telescope (JWST), Deep Field (SMACS 0723), Carina Nebula, Stephan’s Quintet, Southern Ring Nebula, Exoplanet WASP-96b का Spectrum

चित्र
  James Webb Space Telescope (JWST) ने अब तक ब्रह्मांड की जो तस्वीरें भेजी हैं, वो इंसानी इतिहास की सबसे साफ, गहरी और रहस्यमयी अंतरिक्ष हैं। इन तस्वीरों ने वैज्ञानिकों की सोच को हिला कर रख दिया है।  1. Deep Field (SMACS 0723) – सबसे गहरी झलक ब्रह्मांड की यह पहली तस्वीर थी जो JWST ने रिलीज़ की। इसमें ब्रह्मांड के इतने पुराने हिस्से दिखाए गए हैं कि वे बिग बैंग के 30 करोड़ साल बाद के हैं।  2. Carina Nebula – तारों का जन्मस्थल यह एक विशाल नेब्युला (गैस और धूल का बादल) है जिसमें नई तारों की रचना हो रही है।  3. Stephan’s Quintet – 5 आकाशगंगाओं का झुंड 5 गैलेक्सियों का यह समूह एक-दूसरे से टकरा रहा है। 🌪️ 4. Southern Ring Nebula – मरते हुए सितारे की राख यह एक dying star (white dwarf) का नेब्युला है। 🪐 5. Exoplanet WASP-96b का Spectrum – दूसरे ग्रह के वायुमंडल में पानी! 🤯 वैज्ञानिकों के लिए सबसे चौंकाने वाली बात: JWST ने कुछ ऐसी गैलेक्सियाँ भी दिखाई हैं जो इतनी पुरानी और विकसित हैं कि उन्होंने बिग बैंग के नियमों को ही चुनौती दे दी। क्योंकि इतनी जल्दी इतने बड़े और भा...

हिंदुआ सूरज #महाराणा_प्रताप के बारे में कुछ रोचक जानकारी:-

चित्र
  हिंदुआ सूरज #महाराणा_प्रताप के बारे में कुछ रोचक जानकारी:- 1... महाराणा प्रताप एक ही झटके में घोड़े समेत दुश्मन सैनिक को काट डालते थे। 2.... जब इब्राहिम लिंकन भारत दौरे पर आ रहे थे । तब उन्होने अपनी माँ से पूछा कि- हिंदुस्तान से आपके लिए क्या लेकर आए ? तब माँ का जवाब मिला- ”उस महान देश की वीर भूमि हल्दी घाटी से एक मुट्ठी धूल लेकर आना, जहाँ का राजा अपनी प्रजा के प्रति इतना वफ़ादार था कि उसने आधे हिंदुस्तान के बदले अपनी मातृभूमि को चुना ।”  लेकिन बदकिस्मती से उनका वो दौरा रद्द हो गया था |  “बुक ऑफ़ प्रेसिडेंट यु एस ए ‘ किताब में आप यह बात पढ़ सकते हैं | 3.... महाराणा प्रताप के भाले का वजन 80 किलोग्राम था और कवच का वजन भी 80 किलोग्राम ही था| कवच, भाला, ढाल, और हाथ में तलवार का वजन मिलाएं तो कुल वजन 207 किलो था। 4.... आज भी महाराणा प्रताप की तलवार कवच आदि सामान उदयपुर राज घराने के संग्रहालय में सुरक्षित हैं | 5.... अकबर ने कहा था कि अगर राणा प्रताप मेरे सामने झुकते है, तो आधा हिंदुस्तान के वारिस वो होंगे, पर बादशाहत अकबर की ही रहेगी| लेकिन महाराणा प्रताप ने किसी की भी अध...

हमारा सूरज उन 200 बिलियन तारों में से सिर्फ एक है...#galaxy #milkyway #universe #cosmicperspective #spacefacts #AstroVibes #earth #Sun #Stars #DidYouKnow #sciencedaily #mindblowingfacts #hamarauniverse #spacelovers #spaceexploration #viralpost #reelkarofeelkaro #hindifacts #ज्ञान #ब्रह्मांड #ScienceInHindi #universeinhindi

चित्र
 🌌 सोचो ... हमारा सूरज उन 200 बिलियन तारों में से सिर्फ एक है... और 🌍 पृथ्वी उन 3.2 ट्रिलियन ग्रहों में से सिर्फ एक – जहाँ ज़िंदगी है। इतनी बड़ी आकाशगंगा में हम कितने छोटे हैं, और फिर भी कितने ख़ास। #stayhumble 💫 🌠 जानकारी (Knowledge bite): हमारी आकाशगंगा – मिल्की वे – में लगभग 200 अरब तारे हैं, और वैज्ञानिक मानते हैं कि हर तारे के चारों ओर कई ग्रह हो सकते हैं। इस तरह, 3.2 ट्रिलियन से भी ज्यादा ग्रह केवल हमारी गैलेक्सी में हैं। लेकिन आज तक केवल पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन पाया गया है। #galaxy #milkyway #universe #cosmicperspective #spacefacts #AstroVibes  #earth #Sun #Stars #DidYouKnow #sciencedaily #mindblowingfacts   #hamarauniverse #spacelovers #spaceexploration #viralpost #reelkarofeelkaro  #hindifacts #ज्ञान #ब्रह्मांड #ScienceInHindi #universeinhindi

नाराज उसी से होना चाहिए

  नाराज उसी से होना चाहिए  जो तुम्हारी अहमियत समझता हो.. जिसे फर्क पड़े तुम्हारे चुप होने से,  तुम्हारे रोने से जो तुम्हारे एहसासों की कदर करता हो.. वही तुम्हारे खामोश लफ्जो को सुन पाएगा जिसे कोई फर्क ही नहीं पड़ता,  उसके लिए तुम्हारी नाराजगी  एक खामोशी बनकर रह जाएगी इसीलिए गुस्सा उसी पे जाया करो  जो तुम्हें खोने से डरता हो  जो तुम्हें मनाने के लिए वक्त निकालता हो.. क्योंकि नाराजगी वहीं मायने रखती है,  जहां रिश्तों की कद्र होती है...!!😥💯

जंगल से सड़क गुज़री… #aazaadbhanwar #hindipoetry #हिंदी #कविता #hindikavita

चित्र
"कवि की वो कविता जिसने हमे अपने आने वाले कल की झलक दिखा दी"    जंगल से सड़क गुज़री,  सड़क से लोग गुजरे,  सड़क किनारे शहर बसा,  दिन महीने साल गुजरे,  धीरे धीरे जंगल गुजर गया,  फिर शहर में बाढ़ आई,  प्रगति को बहा ले गई,  अब परिवर्तन की दरारों से  जंगल फिर झाँक रहा है,  अपनी जमीन वापस मांग रहा है। 

क्यूँ माता पिता की मर्जी के खिलाफ शादी नहीं करनी चाहिए?

एक लड़की की शादी उसकी मर्जी  के खिलाफ एक सिधे साधे लड़के से की जाती है जिसके घर मे एक मां के आलावा और कोई नहीं है। दहेज मे लड़के को बहुत सारे  उपहार और पैसे मिले होते हैं । लड़की किसी और लड़के से बेहद प्यार करती थी और लड़का भी... लड़की शादी होके आ गयी अपने  ससुराल...सुहागरात के वक्त लड़का दूध लेके आता है  तो दुल्हन सवाल पूछती है अपने पति से...एक पत्नी  की मर्जी के बिना पति उसको हाथ लगाये तो उसे बलात्कार  कहते है या हक? पति - आपको इतनी लम्बी  और गहरी जाने की कोई जरूरत नहीं है.. बस दूध लाया हूँ पी लिजीयेगा.. .  हम सिर्फ आपको शुभरात्रि  कहने आये थे कहके कमरे से  निकल जाता है। लड़की मन मारकर रह जाती है क्योंकि लड़की चाहती थी की झगड़ा हो ताकी मैं इस गंवार से पिछा छुटा सकूँ । है तो दुल्हन मगर घर का कोई भी काम नहीं करती। बस दिनभर online रहती और न जाने किस किस से बातें करती मगर उधर लड़के की माँ बिना शिकायत के दिन भर चुल्हा चौका से लेकर घर का सारा काम करती मगर हर पल अपने होंठों पर मुस्कुराहट लेके फिरती ।  लड़का एक कम्पनी मे छोटा सा मुलाजीम ह...

प्रेमानंद जी महाराज का भारत की ल़डकियों पर कटाक्ष

 प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में आजकल के युवाओं के चरित्र को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है जो अब सुर्खियों में आ गया है। उन्होंने कहा कि बहुत चुनिंदा लड़कियां ही होंगी जो पवित्र जिंदगी बिताते हुए अपने पति के प्रति समर्पित होती होंगी। उनका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो बता रहे हैं कि आजकल की शादियां लंबी क्यों नहीं टिक रहीं। प्रेमानंद महाराज ने कहा कि 'ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि आज युवाओं का चरिण पवित्र नहीं है। पहले की महिलाओंं का रहन सहन देखो, कैसे कपड़े पहनती थीं और आजकल की लड़कियों को देखो'। युवाओं के चरित्र पर बोले प्रेमानंद महाराज प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा- "आजकल की लड़कियों को देखो, एक से ब्रेकअप, दूसरे से पैचअप, फिर दूसरे से ब्रेकअप, तीसरे से पैचअप, कैसे शुद्ध होगा। चार होटल का खाना खाने की जुबान को आदत हो गई है तो घर का खाना कैसे अच्छा लगेगा, ऐसे ही जब चार पुरुष से मिलने की आदत पड़ गई तो एक पति को स्वीकार करने की हिम्मत नहीं रहेगी"। उन्होंने आगे मर्दों को लेकर भी कहा कि "जो 4 लड़कियों से व्यभिचार करता है, वो अपनी पत्नी से संतुष्ट नहीं रहेगा, उसे 4 से व्यभ...

पति और पत्नी का मधुर संबंध

 पत्नी का देहांत हुए 15 दिन हो चुके थे लोगों का आना जाना अब बन्द हो गया था। वह अकेला बैठा पुरानी यादों में खोया था कि अचानक उसे पत्नी का लिखा पत्र मिला। पत्र में लिखा था- प्रिय पतिदेव               मुझे पता चल चुका है कि मुझे कैंसर है और वह भी अंतिम स्टेज में चल रहा है। मैं यह भी जानती हुँ कि मेरे पास अब बहुत कम दिन बचे हैं।          मुझे यह भी पता है कि आपने मेरे इलाज में अपनी सारी जमापूंजी खर्च कर दी है।सारे गहने बिक चुके हैं। कितनी मेहनत से बचत कर के जो प्लॉट हमने खरीदा था वह भी मेरी बीमारी की भेंट चढ़ चुका है।        आप क्या समझते थे कि आप यदि ये सारी बातें मुझे नहीं बताओगे तो क्या मुझे पता नहीं चलेगा?           मैं आपकी अर्धांगिनी हूँ। मैंने जिंदगी के 12 साल आपके साथ गुजारे हैं। मैं आपके चेहरे को पढ़कर जान जाती हूँ कि आप किस हालत में हो मगर मेरी मजबूरी तो देखिए कि मैं आपके आंसू भी नही पोंछ सकती।            आप अकेले में जब रोते हो तब छुप कर देख...

सरस्वती नदी का खोया हुआ रास्ता मिला

चित्र
 सरस्वती नदी का खोया हुआ रास्ता मिला! राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग क्षेत्र में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने एक चौंकाने वाली खोज की है। बहज गांव में खुदाई के दौरान वैज्ञानिकों को ज़मीन के 23 मीटर नीचे एक सूखी नदी का निशान मिला है। माना जा रहा है कि यह वही पौराणिक सरस्वती नदी है, जिसका उल्लेख ऋग्वेद और महाभारत जैसे ग्रंथों में मिलता है। यह सिर्फ एक नदी का ट्रैक नहीं है—बल्कि इतिहास की एक खोई हुई परत है। इस जगह से 5500 साल पुराने मिट्टी के बर्तन, धातु उपकरण, यज्ञ कुंड और प्राचीन मूर्तियाँ भी मिली हैं। ये सभी अवशेष इस बात के गवाह हैं कि यहां कभी एक समृद्ध सभ्यता रही होगी, जो इस नदी के किनारे फली-फूली थी। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नदी कभी हिमालय से निकलकर राजस्थान होते हुए गुजरात तक बहती थी और अरब सागर में मिल जाती थी। आज यह नदी तो नहीं रही, लेकिन उसके निशान रेत के नीचे आज भी ज़िंदा हैं। यह खोज यह साबित करती है कि सरस्वती कोई कल्पना नहीं, बल्कि भारत की भूगर्भीय और सांस्कृतिक विरासत का एक सच्चा हिस्सा रही है।

क्या प्लूटो हमारे सौरमंडल का अंत

चित्र
  क्या आपको लगता है कि प्लूटो हमारे सौरमंडल का अंत है? बिलकुल नहीं। ग्रहों से बहुत दूर ऊर्ट क्लाउड है—सूर्य के चारों ओर एक विशाल, बर्फीला आवरण, जो 1,00,000 AU तक फैला है। यह इतना दूर है कि प्रकाश को भी इसके किनारे तक पहुँचने में एक वर्ष से ज़्यादा समय लगेगा। यह रहस्यमय क्षेत्र दीर्घ-अवधि धूमकेतुओं का स्रोत माना जाता है और वह सीमा रेखा है जहाँ सूर्य का गुरुत्वाकर्षण अभी भी प्रभावी है। हालाँकि इसे कभी प्रत्यक्ष रूप से नहीं देखा गया है, लेकिन विज्ञान और गणित इसके अस्तित्व की पुष्टि करते हैं।...

ताइवान के एक विज्ञान शिक्षक :- चेन केन यिंग

चित्र
  ताइवान के एक विज्ञान शिक्षक "चेन केन यिंग (Chen Kuen Yung)" अपनी ब्लैकबोर्ड आर्ट के लिए दुनियाभर में मशहूर हो चुके हैं। वे विज्ञान (विशेष रूप से शरीर रचना, भौतिकी और जीवविज्ञान) को इतनी **दृश्यात्मक और कलात्मक शैली** में पढ़ाते हैं कि उनकी कक्षा किसी आर्ट गैलरी जैसी लगती है। 🔍 प्रमुख तथ्य: 1. स्थान    वह ताइवान के "चिएह ताई हाई स्कूल (Chien Tai High School)" में पढ़ाते हैं। 2. विशेषता    वे हर लेक्चर के लिए ब्लैकबोर्ड पर "हैंड-ड्रॉउन डायग्राम्स" बनाते हैं — जैसे हड्डियों की संरचना, मांसपेशियों का ढांचा, न्यूट्रॉन संरचना आदि — और यह सब "सिर्फ चॉक और स्केल" से करते हैं। 3. सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि    उनकी ब्लैकबोर्ड आर्ट की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हुई हैं। "Twitter, Instagram, और Facebook" पर हजारों लोगों ने उन्हें सराहा है। 4. लक्ष्य    उनका उद्देश्य सिर्फ पढ़ाना नहीं, बल्कि छात्रों को "विज्ञान से जोड़ना और उसमें रुचि जगाना" है।

मौसम और प्रकृति के परिवर्तन का कारण

चित्र
  पृथ्वी के ध्रुव लगभग एक मीटर खिसक गए हैं और यह सिर्फ़ ग्लेशियरों के पिघलने की बात नहीं है। मानव निर्मित बाँध सचमुच ग्रह के घूमने के तरीके को बदल रहे हैं। एक चौंकाने वाले नए अध्ययन ने कुछ ऐसा उजागर किया है जिसकी कल्पना बहुत कम लोग कर सकते हैं: विशाल मानव निर्मित बाँधों के निर्माण, जो खरबों टन पानी को रोकते हैं, ने वास्तव में 1990 के दशक से पृथ्वी के भौगोलिक ध्रुवों को लगभग एक मीटर तक खिसका दिया है। ये बदलाव सैद्धांतिक नहीं हैं, ये भौतिक रूप से मापने योग्य हैं, जो हमारे ग्रह की सतह पर द्रव्यमान के नाज़ुक संतुलन को बदल रहे हैं। यह इस प्रकार काम करता है: जब हम जलाशय बनाते हैं और उस पानी को रोकते हैं जो सामान्यतः महासागरों और महाद्वीपों में स्वतंत्र रूप से बहता है, तो हम विशिष्ट स्थानों पर भारी भार केंद्रित कर देते हैं। समय के साथ, द्रव्यमान का यह सूक्ष्म लेकिन शक्तिशाली पुनर्वितरण पृथ्वी की पपड़ी पर खिंचाव डालता है, जिससे ग्रह के घूर्णन अक्ष की वह अदृश्य रेखा बदल जाती है जिसके चारों ओर वह घूमता है। पहले, इन बदलावों के लिए मुख्यतः पिघलते ग्लेशियरों को ज़िम्मेदार ठहराया जाता था, लेकिन...

माउंट एवरेस्ट स्थिति विस्तार : क्या है माउंट एवरेस्ट पर्वत का रहस्य...

चित्र
 पहली नज़र में माउंट एवरेस्ट जो पृथ्वी का सबसे ऊँचा पर्वत है, अपनी 29,032 फीट (8,848 मीटर) ऊँचाई के साथ अविश्वसनीय रूप से ऊँचा लगता है। लेकिन जैसे ही आप महासागर की गहराइयों में उतरते हैं, आपको इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली गहराई मिलती है। मारियाना ट्रेंच, जो पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित है, लगभग 35,760 फीट (10,900 मीटर) की गहराई तक जाती है। यानी यह एवरेस्ट की ऊँचाई से भी ज़्यादा गहरी है। कल्पना कीजिए, अगर आप माउंट एवरेस्ट को उल्टा घुमा कर समुद्र में डाल दें, तो भी उसका शिखर मारियाना ट्रेंच के सबसे गहरे बिंदु तक नहीं पहुँच पाएगा। 🌊 समुद्र की गहराई आज भी पृथ्वी के सबसे बड़े रहस्यों में से एक है। हमने मंगल ग्रह की सतह के बारे में जितना जाना है, उससे कहीं कम हमारी जानकारी अपने ही महासागरों की गहराइयों के बारे में है।

‘हर व्यक्ति की 4 पत्नियां होनी चाहिए’

  ‘हर व्यक्ति की 4 पत्नियां होनी चाहिए’  #बुद्ध के अनुसार किसी व्यक्ति की एक नहीं,  दो नहीं, बल्कि 4 पत्नियां होनी चाहिए।  एक समय की बात है,  एक व्यक्ति था जिसकी 4 पत्नियां थीं।  यह उस दौर की बात है जब भारत में एक पुरुष को  एक से अधिक पत्नियां रखने की इजाजत थी।  उसका जीवन काफी अच्छा चल रहा था,  लेकिन परेशानियां भी अधिक दूर नहीं थीं। वह काफी बीमार पड़ गया,  उसकी बीमारी ठीक ना होने की  कगार पर आ गई थी।  अब उसे समझ आ गया था कि  उसकी मृत्यु का समय बेहद नजदीक है।  इस बात का आभास होने पर वह काफी  अकेला और उदास रहने लगा। लेकिन तब उसने हिम्मत करके अपनी पहली  पत्नी से एक प्रश्न किया,  “प्रिय, मेरी मृत्यु काफी नजदीक है,  बहुत जल्द मैं अपना शरीर त्यागकर संसार से  मुक्त हो जाऊंगा।  लेकिन मैं अकेले ही यह सफर  तय नहीं करना चाहता।  मैंने हमेशा तुमसे प्यार किया और  अब भी करता हूं,  क्या तुम मृत्यु के बाद मेरे साथ  चलोगी, जहां भी मैं जाऊं?” इस बात को सुनकर कुछ क्षण के लिए  उस ...